सौरभ शर्मा का खेल खत्म? भोपाल जेल में ED की हाई-प्रोफाइल पूछताछ जारी, जल्द सहयोगियों, कर्मचारियों और रिश्तेदारों पर भी गिरेगी गाज!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

भोपाल केंद्रीय जेल के अंदर एक हाई-प्रोफाइल छानबीन का दौर चल रहा है। आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा, जिनकी गिरफ्तारी के बाद से शहर में हलचल मच गई है, अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम के सवालों का सामना कर रहे हैं। ये वही सौरभ हैं, जो मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग (RTO) के पूर्व आरक्षक रह चुके हैं और लोकायुक्त ने 19 दिसंबर को इनके घर और ऑफिस पर छापा मारा था।

जानकारी के लिए बता दें, ईडी की तीन सदस्यीय टीम आज सुबह करीब 11 बजे सौरभ से सवाल-जवाब कर रही है और उसके इनकम सोर्स, इनोवा कार में मिले 52 किलो गोल्ड और 11 करोड़ रुपए कैश के साथ प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी ले रही है। साथ ही सौरभ की प्रॉपर्टी, इन्वेस्टमेंट के साथ उसकी कंपनियों में हिस्सेदारी और विदेशी निवेश से जुड़े मसलों को भी ईडी ने निशाने पर रखा है।

इस पूछताछ ने ना केवल सौरभ बल्कि उसके सहयोगियों चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। क्योंकि सौरभ से मिले जवाबों के आधार पर ईडी के अफसर चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल से अलग-अलग पूछताछ कर सकते हैं। साथ ही सभी को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ और जवाबों को क्रॉस चेक किया जा सकता है। फिलहाल ईडी आज सिर्फ सौरभ से पूछताछ कर रही है।

जेल के रिकॉर्ड के अनुसार, सौरभ, चेतन और शरद को दोपहर 1:30 बजे जेल में लाया गया। जेल के नियमों के अनुसार, तीनों की बारीकी से जांच की गई। फिर, उन्हें जेल के विचाराधीन बंदी वार्ड के ‘ब’ खंड में रखा गया और जल्द ही उन्हें जेल में कैदी नंबर भी दिए जाएंगे।

वहीं, लोकायुक्त ने अब सौरभ की कंपनियों के 50 से अधिक कर्मचारियों और 18 रिश्तेदारों की सूची तैयार की है। अब इन कर्मचारियों और रिश्तेदारों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही सौरभ के अन्य कर्मचारी, रिश्तेदार और करीबी परिचितों को भी आरोपी बनाया जा सकता है। लोकायुक्त सौरभ के 18 खास रिश्तेदारों को नोटिस तामील भी कर चुकी हैं।

गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश परिवहन विभाग (RTO) के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और उसके दो सहयोगियों चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल की 7 दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद लोकायुक्त की टीम ने इन तीनों आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, लेकिन रिमांड के दौरान कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी। अब, कोर्ट ने इन तीनों को 17 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

क्या है मामला?

सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर, और शरद जायसवाल का नाम भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले में सामने आया था। बता दें, लोकायुक्त ने 19 दिसंबर को आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर और ऑफिस पर छापा मारा था। इस कार्रवाई में उन्हें 2.95 करोड़ रुपये नकद, दो क्विंटल चांदी की सिल्लियां, सोने-चांदी के गहने और कई प्रॉपर्टी के कागजात मिले। गुरुवार रात को भोपाल के मेंडोरी के जंगल में एक कार से 54 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नकद भी बरामद हुए थे।

कार सौरभ के दोस्त चेतन सिंह की थी। सौरभ तब से गायब है। पुलिस उसकी खोज में लगातार छापेमारी कर रही है। 23 दिसंबर को इस मामले में ईडी ने एंट्री की थी। ईडी ने सौरभ और उसके साथी चेतन गौर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। इसके बाद से ईडी, आईटी और लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है। सौरभ और उसके साथी लोकायुक्त की गिरफ्त में हैं और तीनों से पूछताछ हो रही है। लोकायुक्त ने इन तीनों को 28 जनवरी को गिरफ्तार किया था और रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान कई कड़ी पूछताछ की गई, लेकिन आरोपियों से अभी तक कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है।

अब तक 100 करोड़ से ज्यादा का माल पकड़ा गया

ईडी, आईटी और आयकर विभाग की जांच में करीब 100 करोड़ का माल हाथ लगा है। लोकायुक्त को कैश, सोने, चांदी और हीरे के ज्वेलरी समेत 7.98 करोड़ का सामान मिला। आयकर विभाग को 41.60 करोड़ के सोने, चांदी और हीरे के गहने मिले हैं, जिसमें 11 करोड़ कैश भी शामिल है, कुल मिलाकर 52.60 करोड़ का माल बरामद हुआ है। ईडी को जांच में 4 करोड़ का बैंक बैलेंस, 6 करोड़ की FD और 23 करोड़ की संपत्ति मिली है, जिससे कुल 33 करोड़ से ज्यादा का सामान बरामद हुआ है। तलाशी के दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं।

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