जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में ठंड ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। आज पूरे प्रदेश में 14 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है, और मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ठंड का यह सिलसिला लंबे समय तक जारी रहेगा। तापमान लगातार गिरता जा रहा है, और कई शहरों में रात का तापमान 7 डिग्री से भी नीचे पहुंच गया है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में हो रही बर्फबारी का असर अब मध्यप्रदेश तक पहुंच रहा है। यहां से चल रही सर्द हवाएं प्रदेश को ठिठुरने पर मजबूर कर रही हैं। आने वाले दिनों में जैसे ही बर्फ पिघलेगी, हवा की रफ्तार और बढ़ेगी, जिससे ठंड का असर और तेज हो जाएगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि जनवरी के महीने में 20 से 22 दिन तक शीतलहर का प्रकोप देखने को मिलेगा।
बता दें, जिन जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है, उनमें भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर के साथ-साथ मुरैना, भिंड, दतिया, राजगढ़, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, उमरिया और कटनी भी शामिल हैं। बुधवार को प्रदेश के 37 जिलों में सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा देखने को मिला। भोपाल, उज्जैन और शाजापुर में कोहरा इतना घना था कि विजिबिलिटी सिर्फ 50 मीटर रह गई थी।
बता दें, वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते दिसंबर के अंत में बारिश और ओले देखने को मिले। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन सहित 45 से अधिक जिलों में बारिश हुई, जबकि 20 जिलों में ओले भी गिरे। बारिश के बाद ठंड ने जोर पकड़ लिया। 2024 की आखिरी रात भी ठंडी थी, और नए साल 2025 के पहले दिन भी सर्दी का माहौल बना रहा।