जनतंत्र. मध्यप्रदेश. श्रुति घुरैया:
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल कर इतिहास रच दिया है. वहीं. कांग्रेस 37 सीटों पर सिमट कर रह गई. इसी बिच हरियाणा में बीजेपी ने सरकार गठन के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बड़ी जिम्मेदारी दी है. दरअसल. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को संसदीय बोर्ड का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने यह जानकारी दी और कहा कि इन दोनों पर विधायक दल का नेता चुनने की जिम्मेदारी होगी.
उल्लेखनीय है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान CM यादव ने यहाँ चुनाव प्रचार किया था. उन्होंने जिन सीटों पर प्रचार किया. ज्यादातर में भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की हैं. ऐसे में अब हरियाणा में सरकार गठन के लिए पार्टी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री डॉ. यादव को बड़ी जिम्मेदारी दी है.
गौरतलब है कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में सीएम डॉ. मोहन यादव स्टार प्रचारक बनाया था. उन्होंने भिवानी. दादरी. तोशाम. झज्जर और बवानी खेड़ा विधानसभाओं में रैलियों को सम्बोधित किया था. इन सभी सीटों पर बीजेपी चुनाव जीत गई है. भिवानी विधानसभा में घनश्याम सर्राफ. दादरी विधानसभा में सुनील सतपाल. तोशाम विधानसभा में श्रुति चौधरी. बवानी खेड़ा विधानसभा कपूर सिंह और झज्जर विधानसभा में कप्तान बिरधाना ने जीत दर्ज की.
हालंकि गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को ऑब्जर्वर के तौर पर हरियाणा भेजकर भाजपा ने चर्चाओं को हवा दे दी है क्योंकि चुनाव से पहले बीजेपी यह ऐलान कर चुकी थी कि राज्य की कमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के हाथों में होगी. ऐसे में माना जा रहा था कि वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सैनी ही एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन अमित शाह और मोहन यादव को ऑब्जर्वर लगाने से अब कई तरह की चर्चाएँ भी हो रही हैं.
बता दें. हरियाणा के नए CM का शपथ ग्रहण 17 अक्टूबर को पंचकूला के परेड ग्राउंड में आयोजित होने वाला है. लेकिन इससे पहले 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में विधायक दल की एक मीटिंग बुलाई गई है. जिसमे दोनों ऑब्जर्वर समेत सभी विधायक मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि विधायक दल की इस बैठक में हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के नाम पर औचारिक तौर पर मुहर लग जाएगी.