जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 10 अक्टूबर, गुरुवार को मंत्रालय में वीर भारत न्यास की बैठक कर न्यास द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली, साथ ही अपने विचार साझा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीर भारत न्यास की बैठक में कहा कि उज्जैन में निर्माणाधीन संग्रहालय को एक पारंपरिक और साहित्यिक संग्रहालय के बजाय एक अनुभवात्मक और गतिविधि आधारित संग्रहालय में परिवर्तित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके मनोरंजक तरीके से कंटेंट तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि अधिक से अधिक युवा इस संग्रहालय से जुड़ सकें और यह देश में पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बन सके। इसके अलावा, उन्होंने संग्रहालय में कंटेंट निर्माण के लिए सुझाव देने हेतु एक समिति गठित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिया कि संग्रहालय की दीर्घाओं के विषय के अनुसार इसके नाम में बदलाव पर विचार किया जाए। शोधकर्ताओं के लिए अध्ययन के दौरान रुकने और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके अलावा, संग्रहालय के लिए प्रस्तावित सड़क निर्माण के लिए विशेषज्ञों और संगठनों के साथ मिलकर एक ठोस योजना बनाई जाए।
बैठक में संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी सहित उज्जैन से सांसद, जन-प्रतिनिधि और संस्कृति प्रेमी वीसी के माध्यम से जुड़े। वहीं, कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन शिव शेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव अनुपम राजन, मनीष रस्तोगी सहित समिति के सदस्य उपस्थित रहे।