आंखों की रोशनी बढ़ाने के 5 असरदार घरेलू नुस्खे, स्क्रीन की थकावट को कहें अलविदा; जानिए आयुर्वेदिक समाधान

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

बदलती लाइफस्टाइल और डिजिटल युग की तेज़ रफ्तार में हमारी आंखें सबसे ज़्यादा प्रभावित हो रही हैं। दिनभर मोबाइल की स्क्रीन पर आंखें टिकाए रहना, देर रात तक लैपटॉप पर काम करना या फिर घंटों टीवी देखना—इन आदतों ने हमारी आंखों को थकान, जलन और धुंधलेपन की ओर धकेल दिया है। पहले जो समस्या बुजुर्गों तक सीमित थी, अब वह युवाओं और बच्चों तक पहुंच गई है। ऐसे में अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह परेशानी गंभीर रूप भी ले सकती है। लेकिन अच्छी बात यह है कि आयुर्वेद और घर में मौजूद कुछ आसान उपायों से हम अपनी आंखों की सेहत को बचा सकते हैं और उन्हें दोबारा ऊर्जा से भर सकते हैं।

अगर आपकी आंखें अक्सर भारी महसूस होती हैं, धुंधला दिखने लगा है, या स्क्रीन टाइम के बाद सिर दर्द होता है, तो अब लापरवाही छोड़ने का समय है। अपनी आंखों को आराम देने और रोशनी को बेहतर बनाए रखने के लिए कुछ बेहद सरल लेकिन असरदार घरेलू उपाय मौजूद हैं। गुलाब जल से आंखों को ठंडक मिलती है और उनमें जमी गंदगी को साफ करके जलन व धुंधलापन कम होता है। रात को सोने से पहले सिर्फ दो बूंद गुलाब जल आपकी आंखों को रिफ्रेश कर सकता है। वहीं, आंवला—जिसे आंखों का अमृत कहा जाता है—विटामिन C का खजाना है, जो रेटिना की कोशिकाओं को पोषण देता है और उम्र बढ़ने के साथ होने वाली नजर की समस्याओं को रोकता है।

आपने शायद सुना होगा कि बादाम दिमाग के लिए अच्छा होता है, लेकिन जब सौंफ और मिश्री के साथ इसका सेवन किया जाए, तो यह आंखों के लिए वरदान बन जाता है। हर रात इस मिश्रण को दूध के साथ लेने से आंखों की नसें मज़बूत होती हैं और नजर की स्पष्टता लौटती है। आयुर्वेद में ‘त्रिफला’ को आंखों का रक्षक माना गया है—रातभर भीगा हुआ त्रिफला पानी सुबह आंखों को धोने के लिए इस्तेमाल करने पर न सिर्फ धूल-मिट्टी दूर होती है, बल्कि आंखों की थकान भी मिटती है।

और हां, आंखों की एक्सरसाइज को हल्के में न लें! दिन में दो बार आंखें घुमाना, दूर-पास देखना जैसे अभ्यास करने से आंखों की मांसपेशियां एक्टिव रहती हैं और दृष्टि में सुधार आता है। स्क्रीन से ब्रेक लेकर ये एक्सरसाइज जरूर करें।

याद रखें, आंखें वो खिड़की हैं जिनसे हम दुनिया को देखते हैं। इन्हें नज़रअंदाज़ करना, अपने ही जीवन को धुंध में डालना है। तो आज से ही अपनी आंखों की देखभाल शुरू करें—क्योंकि रोशनी सिर्फ बाहरी नहीं, अंदर से भी जरूरी है।

(Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कोई भी उपाय अपनाने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।)

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