जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव में बुधवार को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्चुअली सहभागिता कर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उन्हें दाम्पत्य जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर कुल 218 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे, जिनमें 216 हिन्दू कन्याओं का विवाह और 2 मुस्लिम बेटियों का निकाह संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि विवाह हमारी संस्कृति का सबसे सुंदर और मजबूत संस्कार है। यह न केवल दो व्यक्तियों का मिलन होता है, बल्कि दो परिवारों और दो संस्कारों का भी एक भावनात्मक संगम होता है। उन्होंने सामूहिक विवाह सम्मेलनों को गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए सहयोग और संबल का प्रतीक बताया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार हमेशा माताओं, बहनों और बेटियों के साथ खड़ी है और उनके सम्मान, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अपने बजट में महिलाओं के कल्याण के लिए 27,147 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। प्रदेश में महिलाओं की भागीदारी को सशक्त बनाने के लिए शासकीय नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया है। साथ ही प्रदेश में 40 प्रतिशत से अधिक स्टार्टअप्स का संचालन महिलाएं कर रही हैं, जो आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। स्व-सहायता समूहों के माध्यम से 5 लाख समूहों की लगभग 62 लाख ग्रामीण महिलाएं अब आर्थिक रूप से सशक्त हो चुकी हैं।
डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का उद्देश्य केवल बेटियों का विवाह कराना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मसम्मान के साथ ससुराल विदा करना और जीवन की नई शुरुआत के लिए आर्थिक आधार प्रदान करना है। उन्होंने वर-वधुओं से अपील की कि वे सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनें और अपने परिवार को सुखमय भविष्य दें।
कार्यक्रम को गोटेगांव विधायक श्री महेन्द्र सिंह नागेश ने भी संबोधित किया और नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, पूर्व विधायक श्री हाकम सिंह चढ़ार, समाजसेवी श्री रामस्नेही पाठक, महंत पीतम पुरी, श्री दादूराम पटेल सहित अनेक जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, वर-वधू के परिजन और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि आगामी 26, 27 और 28 मई को नरसिंहपुर जिला मुख्यालय पर तीन दिवसीय विशाल कृषि मेला आयोजित किया जाएगा। इस मेले का उद्घाटन स्वयं मुख्यमंत्री 26 मई को करेंगे। उन्होंने कहा कि यह मेला किसानों के लिए नवीन कृषि तकनीकों, उन्नत बीजों, जैविक खाद, आधुनिक कृषि यंत्रों और कृषि आधारित उद्योगों की जानकारी का बड़ा मंच होगा। साथ ही दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी, बागवानी और श्रीअन्न उत्पादन जैसे विविध कृषि क्षेत्रों में नवाचारों की जानकारी किसानों को दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने नरसिंहपुर जिले के सभी किसानों से अपील की कि वे इस मेले में भाग लें और खेती को उन्नत एवं लाभकारी बनाने की दिशा में नए प्रयासों को अपनाएं।