सार
विस्तार
सीए संस्थान के 75 वर्ष पूर्ण होने पर इंदौर सीए शाखा द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस अवसर पर सीए मनोज फडनिस ( पूर्व प्रेसिडेंट आईसीएआई) ने सीए शाखा पर ध्वजारोहण किया और सीए शाखा स्थापित होने का इतिहास भी बताया। सन् 1913 में ब्रिटिश साम्राज्य में हर कंपनी को बुक्स रखना अनिवार्य किया गया, उसके बाद सन् 1930 में लेखाकार का रजिस्टर बनाया गया और सन् 1949 में सरकार को लगा की लेखाकारों की नियमित्ता के लिए सीए संस्थान का गठन जरूरी है। इसी तरह सीए संस्थान का गठन हुआ। उन्होंने यह भी बताया की आगे आने वाले सालों में सीए की आवश्यकता और भी बढ़ेगी और देश की प्रगति में सीए की अहम भूमिका रहेगी।
सीए शाखा के अध्यक्ष सीए अतिशय खासगीवाला ने बताया की इस बार इंदौर सीए शाखा पूरे सप्ताह अपने मेंबर्स के लिए आयोजन करेगी जिसमें पर्यावरण के लिए पेड़ लगाना, गरीबों में भोजन वितरण, पंडित विजय शंकर मेहता जी द्वारा उद्बोधन, यंग सीए के लिए संगोष्ठी शामिल है। रीजनल काउंसिल मेंबर सीए कीर्ति जोशी ने बताया की सीए वे डॉक्टर हैं जो की इंसान की अर्थव्यवस्था को दुरुस्त रखते हैं। उन्होंने बताया की सीए संस्थान अपने मेंबर्स और विद्यार्थियों के लिए कई नई योजना ला रही है और सीए करने वाले विद्यार्थियों के लिए भविष्य काफी उज्ज्वल है। उन्होंने बताया की देश को 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने में सीए का विशेष योगदान रहेगा। नगर निगम इंदौर ने शहर के वरिष्ठ सीए और डॉक्टर के सम्मान में समारोह का आयोजन किया गया जिसमें महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सीए और डॉक्टर का सम्मान किया और उनके योगदान की सराहना की। इस मौके पर सीए स्वप्निल कोठरी और डॉक्टर अशोक पुराणिक ने अपना संबोधन भी दिया।
इस अवसर पर सीए शाखा में साइबर सुरक्षा के विषय पर एक सेमिनार का आयोजन भी किया गया जिसमें मुख्य वक्ता साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन थे। उन्होंने बताया की साइबर क्राइम एक अदृश्य क्राइम है जो की होने के बाद पता चलता है। इससे बचने का सतर्कता और सावधानी ही तरीका है। उन्होंने यह भी बताया की मोबाइल में अनचाही एप डाउनलोड न करें और अपनी गोपनीय जानकारी किसी के साथ साझा न करें। इस मौके पर सीए शाखा सचिव अमितेश जैन, कोषाध्यक्ष स्वर्णिम गुप्ता , वाइस चेयरमैन सीए रजत गुप्ता, सीए मौसम राठी, सीए आनंद जैन आदि मौजूद थे।